राजगीर के पर्यटन स्थल / Rajgir tourism places

राजगीर के पर्यटन स्थल / Rajgir tourism places

राजगीर बिहार का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है। राजगीर पांच पहाड़ियों विपुलगिरी, रत्नागिरी, उदयगिरि, स्वर्णागिरी और वैभव गिरी से घिरा  हुआ है। यहां घूमने के लिए सालों भर पर्यटकों की भारी भीड़ लगी रहती है। बिहार का ऐतिहासिक शहर राजगीर में घूमने के लिए अनेक जगह हैं। राजगीर को प्रकृति ने बहुत ही खूबसूरती से सजाया संवारा है। स्थल चारों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है। राजगीर में घूमने के लिए सैलानी देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

राजगीर जाने का सबसे अच्छा समय ठंड का होता है। क्योंकि यहां गर्मी का मौसम में बहुत ज्यादा गर्मी पड़ता है। राजगीर आप अक्टूबर से लेकर मार्च तक कभी भी जा सकते हैं। इस समय यहां का मौसम बहुत ही सुहावना होता है। रात का तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। इसलिए अगर आप सर्दी के मौसम में राजगीर घूमने के लिए आ रहे हैं तो अपने साथ पर्याप्त मात्रा में उणी कपड़े लेकर आए।

राजगीर में कई पवित्र तीर्थ स्थल है। यह स्थान ऐतिहासिक है। कहां जाता है कि महात्मा बुद्ध और भगवान महावीर ने राजगीर में अपना समय बिताया था।

ग्लास ब्रिज मंगलवार से रविवार तक खुला रहता है। यह ब्रिज सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। ग्लास ब्रिज सोमवार को बंद रहता है।

राजगीर बिहार के नालंदा जिले में स्थित है। राजगीर को प्राचीन राजाओं का शहर भी कहा जाता है। राजगीर प्राचीन मगध साम्राज्य की पहली राजधानी थी।

विश्व शांति स्तूप- राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है विश्व शांति स्तूप। विश्व शांति स्तूप पहाड़ी पर स्थित है इसलिए यहां पर जाने के लिए पैदल मार्ग या फिर रज्जू मार्ग से आपको जाना होगा। रोपवे का किराया प्रति व्यक्ति 120 रुपए है। यह स्तूप भगवान बुद्ध की शांति और विश्व संघ के प्रतीक के रूप में है। इसका निर्माण भारत और जापान के सहयोग से हुआ था।

रोपवे – दोस्तों अगर आप राजगीर घूमने के लिए आते हैं तो आपको लक्ष्मण झूला अवश्य आना चाहिए। रोपवे जिसे लक्ष्मण झूला भी कहा जाता है। रोपवे से होकर विश्व शांति स्तूप तक जाते हैं। रोपवे की सवारी करना किसी रोमांच से कम नहीं है। रोपवे में बैठकर चारों और फैले हरियाली, ऊंचे ऊंचे पहाड़, पंछियों की चहचहाहट, पत्तों की सरसराहट, ठंडी ठंडी हवाएं का आनंद लिया जा सकता है। रोपवे के रोमांच भरे यात्रा को आप एक बार अवश्य तय करें।

घोड़ा कटोरा – राजगीर घूमने के लिए आप आते हैं और घोड़ा कटोरा ना जाए यह हो नहीं सकता। प्रकृति ने घोड़ा कटोरा को इतना खूबसूरत बनाया है कि जो भी पर्यटक यहां जाते हैं यही के हो जाते हैं। घोड़ा कटोरा तीन ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है। बीच में एक बहुत बड़ा सा झील है जिसके बीचो-बीच महात्मा बुद्ध की एक ऊंची प्रतिमा है। झील में नौका विहार का मजा लिया जा सकता है। झील में सफेद हंस तैरते हुए नजर आ जाएंगे जो यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां के राजाओं के घोड़े इस झील में पानी पीने के लिए आते थे। इसीलिए इस स्थान का नाम घोड़ा कटोरा पड़ गया। घोड़ा कटोरा तक जाने के लिए आपको बैटरी चलित वाहन से हीं जाना पड़ेगा क्योंकि यहां तक जाने के लिए पेट्रोल या डीजल की गाड़ियां बैन है। बैटरी चली तो वहां का किराया प्रति व्यक्ति रुपये 100 आना और जाना है।

ब्रह्मा कुंड – अगर आप राजगीर आते हैं तो आपको ब्रह्मा कुंड में स्नान जरूर करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त इस कुंड में स्नान करते हैं उनके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। ब्रह्मा कुंड का पानी हमेशा गर्म रहता है जिससे चर्म रोग भी दूर हो जाता है।

पांच पहाड़ियां – राजगीर मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी जो पांच पहाड़ियों विपुलगिरी, रत्नागिरी, उदयगिरि, स्वर्णागिरी और वैभव गिरी से घिरा हुआ है।

ग्लास ब्रिज- ग्लास ब्रिज पर चलना किसी रोमांच से कम नहीं है। यह ब्रिज बिहार का पहला और भारत का दूसरा ग्लास ब्रिज है। जो भी पर्यटक राजगीर आते हैं वह ग्लास ब्रिज का सफर करना नहीं भुलते हैं क्योंकि इसके बिना राजगीर का सफर अधूरा रह जाएगा। ग्लास ब्रिज का टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन मिलता है। अगर आप राजगीर आ रहे हैं तो ऑनलाइन ही टिकट खरीद ले क्योंकि ऑफलाइन टिकट जल्दी नहीं मिलता है क्योंकि यहां बहुत ज्यादा भीड़ रहता है।

वाइल्ड लाइफ सफारी – अगर आप पशु पक्षियों से प्यार करते हैं तो आपको वाइल्ड लाइफ सफारी का सफर अवश्य करना चाहिए क्योंकि यहां पर खुले में सभी जीव जंतु विचरण करते हुए आपको नजर आ जाएंगे। इस वाइल्ड लाइफ सफारी में हाथी, बाघ, हिरण, भालू, लोमड़ी, चिता, बारासिंघा, लकड़बग्घा आदि अनेक जंगली जानवर देखने को मिलेंगे इसके अलावा विभिन्न प्रजातियों के देशी और विदेशी पंछी देखने को मिलेंगे।
दोस्तों इसके अलावा राजगीर में देखने के लिए बहुत कुछ है हम अगले आर्टिकल में उन सभी स्थानों के बारे में बताएंगे।

राजगीर कैसे पहुंचे

दोस्तों राजगीर आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग से पहुंच सकते हैं।

सड़क मार्ग – राजगीर देश के सभी शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नियमित रूप से राजगीर के लिए प्रमुख शहरों से बस सेवा उपलब्ध है। यहां आप बस टैक्सी या फिर अपने पर्सनल कर बाइक से आ सकते हैं।

रेल मार्ग – राजगीर रेल मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है निकटतम रेलवे स्टेशन राजगढ़ है जो देश की प्रमुख रेलवे स्टेशनों से ट्रेन राजगीर के लिए चलती हैं।

हवाई मार्ग – राजगीर में कोई हवाई अड्डा नहीं है। इसलिए यहां का निकटतम हवाई अड्डा गया एवं पटना हवाई अड्डा है। गया एवं पटना पहुंचने पर बस, टैक्सी के द्वारा राजगीर पहुंच सकते हैं और यहां की खूबसूरत वादियों का आनंद ले सकते हैं।

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