झारखंड उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा (04-08-2019)
01. अघन सुखे फुलल गाल फेइर बहुरियाक ओहे हाल। कहावत के माने बतवा
(अ) थोड़े दिन के सुख
(ब) सब दिन सुख
(स) सुखे सुख
(द) कोइ नाञ
02. ‘उपरे राम राम बगल में छुरी कहावत के मान हे।
(अ) छुरी काटल।
(ब) सलाहाकार
(स) धोखेबाज
(द)बाज पखी
03. ‘कुकुरके पेटे घीव नाञ पचे’ कहावत के माने हे।
(अ) बात बचवे
(ब) वात नाञ पचवे
(स) बात हजम करेक
(द) कोइ नाञ
04. घारेक मुरगी दाइल बराबर कहावत के माने हे।
(अ) दाइल और मुरगा
(ब) घारेक चीजेक माइन नांञ
(स) मुरगा भात
(द) दाइल भात
05. ‘चट मंगनी पट बिहा’ कहावत के माने हे।
(अ) देरी से काम करेक
(ब) रसे रसे काम होवेक
(स) जल्दी काम उसरेक
(द) सभे
06. ‘आइग टांगेक’ मुहाबरा के अरथ बतवा।
(अ) बदमासी
(ब) आइग भोरेक
(स) भोरसी
(द) सभे
07. ‘कपार खायेक’ मुहाबरा के अरथ बतवा।
(अ) भुखे जल्दी जल्दी खायेक
(ब) पहाड़ चढेक
(स) परेसान करेक
(द) सभे
08. ‘थोथना’ रांगेक मुहाबरा के अरथ बतवा।
(अ) पान खायेक
(ब) चोरी करेक
(स) मारेक
(द) सभे
09. ‘पसीना गारेक’ मुहाबरा के अरथ बतवा।
(अ) रउद
(ब) मेहनत करेक
(स) मेहनत से भागेक
(द) छांहइर
10. ‘पीठ देखावेक’ मुहाबरा के अरथ बतवा।
(अ) भागेक
(ब) आवेक
(स) झुला खोलेक
(द) कोई नाञ
11. जावा गीत गावल जा हे।
(अ) करम परबे
(ब) टुसु परबे
(स) सोहराइ परबे
(द) सरहुल परबे
12. भाइ बहिनेक पियारक परतिक परब हय।
(अ) करम
(ब) तीज
(स) जितिया
(द) सोहराय
13. करम परबे मनबल जा हे।
(अ) कारतिक एकादसी
(ब) भादर एकादसी
(स) आसीन एकादसी
(द) अघन एकादसी
14.जितिया परबे केकर लम्बा उमर मांग है।
(अ) बेटाक
(ब) बापेक
(स) दुयोक
(द) केकरो नाञ
15. बरद खुंटा कउन परबे मनबल जा हय।
(अ) इंद
(ब) जावा
(स) मानसा परब
(द) सोहराय
16. संइगाक अउजी अवइया सबद कहल जा हे।
(अ) संइगा
(ब) सरबनाम
(स) बिसेसन
(द) लिंग
17. ‘मोहन दिल्ली से आइल है, ई पढ़ें में बड़ी तेज है’ बाइक में सरबनाम छांटा
(अ) मोहन
(ब) दिल्ली
(स) ई
(द) सभे
18. आदर सूचक सबद छांटा।
(अ) तोहनीक
(ब) तोंय
(स) हाम
(द) ओकर
19. ‘मोहना घरे कोइ आवल हे’ बाइक में कउन सरबनाम हे।
(अ) निश्चित वाचक
(ब) अनिश्चित वाचक
(स) प्रश्न वाचक
(द) कोइ नाञ
20. ‘रोहित आइल हे ई बड़ी कोरीह लागे’ बाइक में कउन सरबनाम हे।
(अ) निश्चित वाचक
(ब) अनिश्चित वाचक
(स) प्रश्न वाचक
(द) कोइ नाञ
21. एकवचन आदरसुचक सबद छांटा।
(अ) हमनी
(ब) तोहनीक
(स) तोहे
(द) सभे
22. तोहर बाप के लागथू? बाइक में कउन सरबनाम हे।
(अ) निश्चित वाचक
(ब) अनिश्चित वाचक
(स) प्रश्न वाचक
(द) कोइ नाञ
23. हेठे लिखल सबदे सरबनाम छांटा।
(अ) राम
(ब) गंगा
(स) पटना
(द) इ, ऊ
24. कहां, कउन सबद में वाचक सरबनाम हे?
(अ) निश्चित वाचक
(ब) अनिश्चित वाचक
(स) प्रश्न वाचक
(द) कोइ नाञ
25. ‘संइगा बार सरबनाम के गुन दोस बतवे हे’ ओकर कहल- हे।
(अ) लिंग
(ब) वचन
(स) विसेसन
(द) कारक
26. महतो कर स्त्रीलिंग सबद बतवा
(अ) महतवाइन
(ब) महतवइन
(स) दुइयो
(द) कोइ नाञ
27. मामा कर स्त्रीलिंग सबद बतवा।
(अ) नानी
(ब) काकी
(स) आजी
(द) मामी
28. सेठ कर स्त्रीलिंग सबद बतवा।
(अ) सेठइन
(ब) सेठाइन
(स) सेठवइन
(द) सेठा
29. रंइगला कर स्त्रीलिंग सबद बतवा।
(अ) रंग
(ब) रंगआइल
(स) रंइगली
(द) रंगवइन
30. बाबु कर बहुवचन सबत बतवा।
(अ) बाबुआ
(ब) नुनी
(स) बाबुवइन
(द) सभे
31. बाघ कर बहुबचन सबद बनवा
(अ) बाघिन
(ब) बाघवइन
(स) बाघा
(द) सभे
32. बाघ कर स्त्रीलिंग सबद बतवा
(अ) बाघवइन
(ब) बाघगुला
(स) बाघिन
(द) सभे
33. छोटका कर स्त्रीलिंग सबद बतवा
(अ) छोटकी
(ब) छोटको
(स) सोनारिन
(द) सभे
34. सोनार कर स्त्रीलिंग सबद बतवा
(अ) सोनवा
(ब) सोनारिन
(स) सोनानीर
(द) सभे
35. मांय कर पुलिंग सबद बतवा
(अ) काकी
(ब) बाप
(स) आजी
(द) सभे
36. छउवा कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) जाईत वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) कोइ न
37. नदी कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) जाईत वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) कोइ न
38. ‘बिरजु’ कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) जाईत वाचक
(स)गोंठ वाचक
(द) कोइ न
39. ‘लन्दन’ कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) जाईत वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) दरव वाचक
40. ‘पेठिया’ कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) भाव वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) दरव वाचक
41. ‘बाराती’ कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) भाव वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) सभे
42. ‘गरगरी’ कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) भाव वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) सभे
43. हेठे लिखल सबदे संइगा सबद छांटा
(अ) बेस
(ब) हाम
(स) पहाड़
(द) सभे
44. हेठ लिखल सबदे कउन संइगा सबद नाय हे
(अ) लन्दन
(ब) बाराती
(स) ऊ
(द) सभे
45. इस्कूल कउन वाचक संइगा हे
(अ) बेगइत वाचक
(ब) जाईत वाचक
(स) गोंठ वाचक
(द) दरव वाचक
46. ‘दुगो करिया गाय’ बाइक में कउन बिसेसन हे
(अ) संइखा वाचक
(ब) मातरा वाचक
(स) गुनवाचक
(द) सभे
47. ‘ ऊ तिनगो छगरी लेगे हे’ बाइक में कउन बिसेसन हे
(अ) संइखा वाचक
(ब) मातरा वाचक
(स) गुनवाचक
(द) सरबनामेक बिसेसन
48. ‘एक पाइला जोंढरा’ बाइक में कउन बिसेसन हे
(अ) संइखा वाचक
(ब) मातरा वाचक
(स) गुनवाचक
(द) सरबनामेक बिसेसन
49. ‘झारखण्ड खातिर बिरसा मुण्डा सहीद भेला’ बाइक में कउन कारक हे
(अ) करता
(ब) करम
(स) करण
(द) सम्प्रदान
50. ‘एगो अलुवा कि भाव बेचे हे’ बाइक में कउन कारक हे
(अ) करता
(ब) आपादन
(स) सम्बोधन
(द) सम्प्रदान
51. चितरा रानी लघु कथा के लिखल हथ
(अ) ए के झा
(ब) श्रीनिवास पानुरी
(स) शिवनाथ प्रामाणिक
(द) बी एन ओहदार
52. चितरा रानी लघु कथा में गोलवारी जमींदार के कइगो बेटा हल्थिन
(अ) एक गो
(ब) तीन गो
(स) पांच गो
(द) सात गो
53. गोलवारी जमींदार आपन बोड बेटाक बिहा कहां के जमींदार घारे भेलइ
(अ) रामगदेक जमींदार
(ब) सिखरिया जमींदार
(स) परनदीपा जमींदार
(द) कही ना
54 चितरा रानी के बिहा जमींदारेक कउन बेटवा से भेलइ
(अ) बोड बेटा
(ब) मंझला बेटा
(स) छोटका बेटा
(द) केकरो से ना
55. ‘पेसगबतिक’ माने बतवा
(अ) नुकावेक
(ब) वीतरावेक
(स) खिसरेक
(द) कोई नाय
56. मुड़फुचका लघुकथा लिखल हथ
(अ) महेन्द्रनाथ गोस्वामी
(ब) गिरधारी गोस्वामी ‘आकाशखूंटी’
(स) प्यारे हुसैन प्यारे
(द) कोइ नाय
57. मुड़फुचकाक मान बतवा
(अ) कोन्हों तरी छोटल
(ब) कोन्हो तरी सटल
(स) मारेक
(द) सभे
58 नीरा आपन बिहाक बात बिजय के केकर से बात करे कह हे
(अ) मांय से
(ब) बाप से
(स) आजा से
(द) काका से
59. मुड़फुचका सबद केकर खातिर राखल गेल हे
(अ) नीरा
(ब) निराक बापेक
(स) बिजय
(द) बिजयेक बाप
60. बिजय निराक बाप से कि बात राखल
(अ) बिहा करेक
(ब) सहिया पतवेक
(स) निराक बेस स्कूल पढ़ावेक
(द) कुछु नाय
61. मुड़फुचका लघुकथा में मुइख पात्र कउन हे
(अ) नीरा
(ब) बिजय
(स) निरा के बाप
(द) नीरा के मांय
62. हरियर – हरियर कहनी के लिखल हथ
(अ) श्याम सुन्दर केवट ‘रवि’
(ब) महेंद्र नाथ गोस्वामी ‘सुधाकर’
(स) बी एन ओहदार
(द) डॉ गजाधर महतो प्रभाकर
63. परभात के कउन बात तीर नियर चुेइभ गेलाक
(अ) बेटा तोय अब घर द्वार सम्हार
(ब) बेटा तोयं अब बिहा सादी कइर ले
(स) बेटा तोयं अब सहर नाय जो
(द) कोनो नाय
64. परभात आपन गावें के बिकास खातिर कई सूत्री कार्यक्रम बनउल हे
(अ) आठ
(ब) नोउ
(स) पांच
(द) दस
65. परभात आपन गावें के बिकास खातिर सबसे पहले केकर विकास करे खोजे हे
(अ) खेतिक बिकास
(ब) सिच्छाक बिकास
(स) निसाबन्दी
(द) एक संगिया समितिक बिकास
66. परभात आपन बाप से कुइछ पैसा मागे हे
(अ) घर बनवेक खातिर
(ब) कॉलेज नाम लिखवेक खातिर
(स) मोटर पम्प ख़रीदेक खातिर
(द) सभे
67. परभात गावं कइसन ठावँ रहे
(अ) नदीक धारे
(ब) खदानेक भीतर
(स) टंगरा – टंगरीक भितरे
(द) सभे
68. रइसका कहनिय झुनियाक कइगो बेटा हथीन
(अ) दू गो
(ब) चार गो
(स) एक गो
(द) दस गो
69. रइसका कहनिय झुनिया आखरा में ककरा देखे ले व्याकुल हली
(अ) रइसका
(ब) झूमर
(स) नचनी
(द) सभे
70. बुचा, सोहरायेक बोन धारिक खेतवा कि ले मागें हे
(अ) फेक्टरी खोले खातिर
(ब) धान लगवे खातिर
(स) चिमनी भाटा खोले खातिर
(द) दूसर काम करे खातिर
71. डॉ० गजाधर महतो के उप नाम बतवा
(अ) आकाशखुंटी
(ब) प्रभाकर
(स) मानिक
(द) सुधाकर
72. शिवनाथ प्रामाणिक जीक उप नाम बतवा
(अ) झारपात
(ब) रवि
(स) मानिक
(द) सभे
73. गिरिधारी गोस्वामी जीक उप नाम बतवा
(अ) आकाशखुंटी
(ब) प्रभाकर
(स) मानिक
(द) सुधाकर
74. भीमा कहनीय, पांडेक दामाद के कउन लोके जान से मारल हथ
(अ) गावेंक लोके
(ब) पुलिसे
(स) आतंकबादी
(द) कोइ नाय
75. फूल एकांकी में सोहरायेक बेटवाक नाम बतवा
(अ) बुचा
(ब) शुरू
(स) बादे
(द) पाछु
76. भीमा कहनिय, छुटुवा हंसुआ टा कहां खोंस के आवे हे
(अ) मुड़ें
(ब) डांडाइ
(स) काने
(द) कहीं नाय
77. भीमा कहनीय, भीमाक गांवेक नाम बतवा
(अ) कानपूर
(ब) नागपुर
(स) कानकाटा
(द) नाककाटा
78. भीमा कउन डिवीज़न से पास कराल हे
(अ) फस्ट डिविजन
(ब) सेकेंड डिविजन
(स) थरड डिविजन
(द) फेल करल हे
79. भीमा कहनीय भीमा के केकर नियत से बड़ी दुख भेल हलय
(अ) मायेक
(ब) बापेक
(स) राय बाबुक
(द) भीमाक मामुक
80. भीमा कहनीय, भीमाक मामु कहां काम कर हल
(अ) कोयला खदाने
(ब) रेलवे स्टेसन
(स) हास्पिटले
(द) कहीं नाय
81. ‘रइसका’ कहनी के लिखल हथ
(अ) गीता रानीं
(ब) बंशीलाल ‘बंशी’
(स) शांति भारत
(द) जयवीर साहू
82. ‘चासा’ कर माने बतवा
(अ) किसान
(ब) तास खेलवा
(स) बेवधान
(द) कोइ नाय
83. चासा कहनी के लिखल हथ
(अ) भुनेश्वर साहू
(ब) दिनेश कुमार ‘दिनमणि’
(स) बंशीलाल ‘बंशी’
(द) भवनाथ ओहदार
84. भुनेश्वर कर लिखल कहनी हे
(अ) मांझो
(ब) सोंध माटिक टान
(स) फरिछ डहर
(द) कोइ नाय
85. ‘सोंध माटिक टान’ कहनी लिखल हथ
(अ) डॉ. बिनोद कुमार
(ब) डॉ. बी. एन. ओहदार
(स) ए के झा
(द) शिवनाथ प्रामाणिक
86. ‘सोंध माटिक टान’ कहनी में केकर बखान करल गेल हे
(अ) राजनितिक
(ब) आर्थिकेक
(स) अन्धविश्वासेक
(द) धार्मिकेक
87. चासा कहनी मंगरुक खरइ के धान बीड़ा में कउन लोके आइग लगाये दे हे
(अ) गांवेक लोके
(ब) मंगरुक बोड़ बेटा
(स) जमीदारेक आदमी
(द) कोइ नाय
88. मांझों कहनी में मांझो कउन अस्पताले भरती भेली
(अ) रांची कर मेडिकल अस्पताले
(ब) बोकारो के जेनरल अस्पताले
(स) धनबादेक अस्पताले
(द) कोइ नाय
89. ‘मांझो’ कहनी में मांझो कर बिहा केकर से भेलय
(अ) बिनोद
(ब) मदन
(स) रमेस
(द) राजेश
90. ‘धरम करम’ केकर लिखल कहनी हे
(अ) डॉ. बी. एन. ओहदार
(ब) पारसनाथ महतो
(स) दिनेश कुमार ‘दिनमणि’
(द) ए. के. झा
91. ‘भीमा’ कहनी के लिखल हथ
(अ) मनपुरन गोस्वामी
(ब) शांति भारत
(स) श्याम सुन्दर महतो ‘श्याम’
(द) डॉ. गजाधर महतो
92. ‘हुब’ के मने बतवा
(अ) खिसाल
(ब) रीझ
(स) राग
(द) कोइ नाय
93. रइसका कहनी में झुनिया के बिहा केकर से भेल
(अ) रइसका
(ब) गुमरा
(स) भंदवा
(द) कोइ नाय
94. रइसका और झुनिया पहिल बेर कहां देखा देखी भेला
(अ) आंखराय
(ब) दामोदर नदिये
(स) हथिया पथरे
(द) कही नाय
95. रइसका रोजगारेक टोवाने रांची जा हे ! हुवाँ कोन संगी से भेटाल
(अ) बुधना
(ब) झनिया
(स) गुजरा
(द) केकरो से नाय
96. रइसका रांची में कि काम करय हे
(अ) मजदूरी
(ब) गाड़ी चलवे हे
(स) नौकरी करे हे
(द) रिक्सा चलबे हे
97. ‘फूल एकांकी’ के लिखल हथ
(अ) डॉ. गजाधर महतो
(ब) डॉ. बी. एन. ओहदार
(स) शांति भारत
(द) शिवनाथ प्रमाणिक
98. ‘फिकिर’ कर माने बतवा
(अ) चिंता
(ब) हांसी
(स) टिकली
(द) कोइ नाय
99. ‘फूल’ एकांकी में सोहराय गाछ तरे मनझान बइसल हे, काहे कि ओकर—
(अ) बेटा मोइर गेल हे
(ब) बहु मोइर गेल हे
(स) गरुवा मोइर गेल हे
(द) सास मोइर गेल हे
100. ‘खटल हे तो इ बेरिक आबाद य खाइल’ बाइक में ‘आबाद’ के मने बेतवा
(अ) फसल
(ब) आजादी
(स) सफल
(द) कोइ नाय
हौसला एतना बुलंद रखा कि असफलता भी तोहर आगु घुटना टेक दे।